रजौली में 20 घंटे बिजली रही गुल,ग्रामीण अंधेरे और पानी की किल्लत से बेहाल,व्हाट्सएप ग्रुप में लोगों ने निकाली भड़ास,पदाधिकारी बोले आकाशीय बिजली से 30 इंसुलेटर हुए थे क्षतिग्रस्त

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

 

संतोष कुमार

रजौली अनुमंडल मुख्यालय और आसपास के क्षेत्र बीते रविवार को 20 घंटे तक बिजली संकट से जूझते रहे. रविवार शाम बारिश और ठनके के दौरान गुल हुई बिजली ने लोगों को अंधेरे और बदहाली में रहने को मजबूर कर दिया.बिजली न होने से पानी की सप्लाई भी ठप हो गई,जिससे स्थानीय लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस गए.गुस्साए ग्रामीणों ने अपनी भड़ास व्हाट्सएप ग्रुप्स पर निकाली और शासन-प्रशासन की उदासीनता पर गंभीर सवाल उठाए.

घरों में पानी का संकट:- 

आज के दौर में जहां अधिकांश घरों में चापाकल की जगह मोटर और टंकी ने ले ली है, वहां लगातार 20 घंटे बिजली गुल रहने से पानी का गंभीर संकट खड़ा हो गया. स्थानीय निवासी राहुल कुमार ने बताया कि बिजली न होने के कारण लोग शौच, स्नान और अन्य दैनिक कार्यों के लिए भी पानी नहीं जुटा पा रहे थे. घरों में लगे इन्वर्टर और बैटरियां भी जवाब दे गए, जिससे लोग भीषण गर्मी और मच्छरों के प्रकोप से परेशान रहे. छोटे बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक को परेशानी का सामना करना पड़ा.

व्हाट्सएप ग्रुप पर फूटा जन-आक्रोश:-

रजौली वासियों ने बिजली विभाग से संबंधित एक व्हाट्सएप ग्रुप पर अपनी पीड़ा व्यक्त की. देर रात तक लोग बिजली बहाल होने के अपडेट मांगते रहे और एक-दूसरे से अपनी परेशानियों को साझा करते रहे. यह डिजिटल प्लेटफॉर्म लोगों के गुस्से और हताशा का माध्यम बन गया.

बिजली विभाग ने दी सफाई:-

बिजली विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों ने बताया कि रविवार की बारिश और आकाशीय बिजली गिरने से 33 हजार वोल्ट की कई इंसुलेटर क्षतिग्रस्त हो गए थे. बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता सुनील कुमार ने जानकारी दी कि सिरदला, खनवां और अंधरबारी तीनों लाइन फीडरों के बीच करीब 30 इंसुलेटर ठनके की वजह से टूट गए थे. उन्होंने बताया कि रजौली में बिजली आपूर्ति के लिए तीन अलग-अलग लाइनें थीं, और तीनों के क्षतिग्रस्त होने से बिजली बहाल करने में काफी समय लगा. मरम्मत का काम पूरी रात चला.वहीं रात्रि में कर्मियों के थक जाने के बाद सोमवार की सुबह एजेंसी से नए कर्मियों को बुलवाकर फॉल्ट ढूंढकर,उसे ठीक करते हुए  सोमवार सुबह करीब 11:30 बजे के बाद ही कुछ देर के लिए बिजली बहाल हो पाई, जिससे लोगों को थोड़ी राहत मिली.उन्होंने बताया कि बिजली विभाग उपभोक्ताओं को निर्बाध बिजली आपूर्ति के लिए सजग है,किंतु प्राकृतिक आपदाओं के कारण बिजली विभाग को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है.

शासन-प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल:-

स्थानीय लोगों ने रजौली के अनुमंडल, प्रखंड और नगर पंचायत मुख्यालय होने के बावजूद बिजली की इस बदहाली के लिए शासन-प्रशासन की चुप्पी पर सवाल उठाए हैं. उनका कहना है कि यदि अधिकारियों को सरकार द्वारा जेनरेटर की सुविधा नहीं मिलती, तो शायद वे बिजली की समस्या को और गंभीरता से लेते. लोगों ने नगर पंचायत के मुख्य पार्षद, उपमुख्य पार्षद, वार्ड पार्षदों सहित विभिन्न पंचायतों के मुखिया और विधायक पर भी उदासीनता का आरोप लगाया. उनका मानना है कि इन जनप्रतिनिधियों को सिर्फ वोट चाहिए, आम जनता की सुख-सुविधाओं से उनका कोई सरोकार नहीं है.

अनुमंडल पदाधिकारी बोले,लिखित शिकायत पर होगी कार्रवाई:-

अनुमंडल पदाधिकारी स्वतंत्र कुमार सुमन ने बताया कि भारी बारिश और ठनके के कारण बिजली बाधित हुई थी और 33 हजार के कई इंसुलेटर क्षतिग्रस्त हुए थे. उन्होंने कहा कि क्षतिग्रस्त इंसुलेटरों को बदलकर बिजली बहाल कर दी गई है. साथ ही उन्होंने आश्वासन दिया कि यदि बिजली आपूर्ति में अनियमितता को लेकर लोगों द्वारा लिखित आवेदन दिया जाता है, तो वे आगे की कार्रवाई सुनिश्चित करेंगे.

Bihar News 27
Author: Bihar News 27

Leave a Comment

और पढ़ें

error: Content is protected !!