संतोष कुमार
रजौली प्रखंड क्षेत्र के लक्ष्मीबिगहा गांव में एक 100 वर्षीय बुजुर्ग महिला के मौत हो गई।महिला के मौत के बाद उसके परिजनों ने घर से श्मशान तक शव को कंधों के सहारे ले जाने के क्रम में डीजे पर भोजपुरी एवं होली के गानों पर थिरकते नजर आए।शव यात्रा में शामिल सभी लोगों के चेहरों पर खुशी साफ-साफ झलक रही थी और वे नाचते-कूदते श्मशान तक सफर तय किया।हालांकि यह कोई नया मामला नहीं है,इस आधुनिक युग में मोबाइल पर दर्जनों ऐसे रिल्स देखने मिल जाएंगे,जिसमें मौत के बाद मातम के जगह डीजे पर गानों की धुन पर लोग एंजॉय करते हुए श्मशान जाते दिखाई दे रहे हैं।वहीं शव यात्रा में शामिल शैलेन्द्र यादव,विनोद यादव,रामोतार यादव,राजकुमार राजवंशी,रामेश्वर चौधरी,यशोदा देवी,अनिता देवी, कालो देवी व सारुणा देवी ने बताई कि मृतक महिला लक्ष्मी बिगहा गांव निवासी स्व. कामेश्वर पंडित की पत्नी तिलेश्वरीय देवी है,जिनकी मृत्यु 100 वर्षों के बाद हुई है।मृतक महिला के एकमात्र पुत्र और तीन पुत्रियां है,जो सभी अपने-अपने परिवारों के साथ खुश हैं।
वहीं मृतका के बेटे काली पंडित ने बताया कि हमारे माता-पिता ने हम सभी भाई-बहनों की परवरिश में कोई कमी नहीं की।बीते कुछ वर्ष पूर्व पिता का स्वर्गवास हो गया था,अब माता भी हमसभी को छोड़ गई हैं।परिजनों के सहमति के बाद ही अंतिम संस्कार के पूर्व घर से श्मशान तक लोग डीजे और ढाक पर नाचते-गाते पहुंचे हैं।
