संतोष कुमार
रजौली थाना क्षेत्र में आपराधिक गतिविधियों ने एक बार फिर सिर उठा लिया है,जिससे स्थानीय निवासियों में भारी रोष और भय का माहौल है.चोर अब खुलेआम पुलिस को चुनौती देते हुए वारदातों को अंजाम दे रहे हैं.ताजा मामला घसियाडीह मोहल्ले से सामने आया है,जहां एक बंद घर से ढाई लाख रुपये नगद और लाखों रुपये के सोने के जेवरात चोरी हो गए हैं.यह घटना पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े करती है, खासकर तब जब कुछ हफ़्ते पहले ही एक पुलिसकर्मी के घर से करोड़ों की चोरी हुई थी.घसियाडीह मोहल्ले निवासी रामेश्वर प्रसाद,जो दशकों से रजौली के एक स्थानीय होटल में कार्यरत हैं,ने बताया कि उन्होंने तीन साल पहले ही बड़ी मेहनत से अपना एक छोटा सा घर बनवाया था.शुक्रवार की रात वे होटल में ही रुक गए थे.शनिवार की सुबह जब वे अपने घर लौटे,तो उन्हें घर का मुख्य दरवाजा खुला मिला और अंदर का नजारा देखकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई.घर के सभी कमरों के ताले टूटे थे,अलमारी और बक्से खुले पड़े थे.रामेश्वर प्रसाद ने बताया कि अज्ञात चोरों ने उनके जीवन भर की कमाई, 2.5 लाख रुपये नगद,और उनके परिवार की अमूल्य धरोहर-दो सोने की अंगूठियां और एक सोने का चैन-चुरा लिया.
चोरी की बढ़ती वारदातों से जनता में दहशत :-
रामेश्वर प्रसाद ने तत्काल रजौली थाना को घटना की सूचना दी.थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि पीड़ित गृहस्वामी का लिखित आवेदन मिल गया है और पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है.हालांकि रजौली में चोरी की बढ़ती घटनाएं पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं.याद रहे कि यह कोई इकलौती घटना नहीं है जो रजौली में सुरक्षा व्यवस्था पर प्रश्नचिह्न लगा रही है.बीते 9 और 10 जून को प्राणचक मोड़ के पास एक पुलिसकर्मी के घर से भी चोरों ने 95 लाख रुपये मूल्य के जेवरात और 2 लाख रुपये नगद चुरा लिए थे.उस सनसनीखेज वारदात के बाद भी पुलिस के हाथ अब तक खाली हैं.लगातार हो रही इन बड़ी चोरियों से साफ है कि चोर गिरोह रजौली में बेखौफ होकर घूम रहे हैं.स्थानीय निवासियों का कहना है कि उन्हें अब अपने घरों में भी सुरक्षित महसूस नहीं होता.वे पुलिस प्रशासन से तत्काल प्रभावी कदम उठाने और इन चोरियों पर अंकुश लगाने की मांग कर रहे हैं,ताकि वे चैन की नींद सो सकें.क्या रजौली पुलिस इन अपराधियों को पकड़कर जनता का विश्वास बहाल कर पाएगी,यह देखना बाकी है.
