+2 रामलाल उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक ढ़ाई महीनों से आंखों से देखने से हैं लाचार,फिर भी बजा रहे ड्यूटी

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

सहयोगी शिक्षकों के आपसी चंदे से विद्यालय के शौचालय की हो रही साफ-सफाई,विभाग मौन

संतोष कुमार

रजौली प्रखंड क्षेत्र के लेंगुरा पंचायत के तारगीर गांव स्थित +2 रामलाल उच्च विद्यालय के प्रभारी प्रधानाध्यापक राणा रंजीत आजाद के आंखों की रौशनी बीते ढ़ाई माह से चली गई है.इस स्थिति में वे अपना इलाज नहीं करवा रहे हैं और अपने बेटे के साथ प्रतिदिन विद्यालय आकर ड्यूटी का कोरम पूरा कर रहे हैं.

मिली जानकारी के अनुसार बीते दिसम्बर माह के शुरुआत से ही उनकी आंखों की रौशनी चली गई,तबसे उनका व्यवहार भी काफी चिड़चिड़ापन हो गया है.उनके द्वारा विद्यालय में किये जा रहे दुर्व्यवहार से विद्यालय में नियुक्त 17 सहयोगी शिक्षकगण भी परेशान रह रहे हैं.जबकि विद्यालय का हर काम सहयोगी शिक्षकों के भरोसे चला रहा है.ग्रामीण अजय कुमार,संजय राम आदि ने बताया कि बीते दिनों इंटरमीडिएट व दसवीं कक्षा के प्रैक्टिकल परीक्षा में छात्र-छात्राओं के कॉपी पर हस्ताक्षर तक करने में सक्षम नहीं थे और कुछ जरूरी बातें पूछने पर छात्र-छात्राओं समेत सहयोगी शिक्षकों के साथ कहासुनी हो जा रही थी.इससे विद्यालय का संचालन राम भरोसे हो चल रहा है.राणा रंजीत आजाद द्वारा 19 नवंबर 2023 को प्रभार लिया गया था,किन्तु अबतक उन्होंने वित्तीय प्रभार नहीं लिया है.इस विद्यालय में लगभग 810 छात्र-छात्राओं का नामांकन दर्ज है,जिसमें से प्रतिदिन 200 के आसपास बच्चे विद्यालय पढ़ने के लिए आते हैं.विद्यालय में शौचालय की साफ-सफाई के लिए भी सहयोगी शिक्षकों द्वारा आपस में 50-50 रुपया चन्दा करना पड़ रहा है.वहीं विद्यालय में नियुक्त रात्रि प्रहरी का वेतन भी राणा रंजीत आजाद के पदस्थापना के बाद से बंद है,जिसके कारण प्रहरी को भी अपने परिवार का भरण-पोषण में काफी परेशानी हो रही है.


विभागीय जांच के बाद भी नहीं सुधरे विद्यालय के हालात

ग्रामीणों ने कहा कि बीते दो-तीन माह में शिक्षा विभाग के वरीय पदाधिकारियों द्वारा विद्यालय का दो-तीन बार निरीक्षण किया जा चुका है,बावजूद विद्यालय के हालात नहीं सुधर सका है.ग्रामीणों ने कहा कि सरकार द्वारा विद्यालय में शिक्षकों की कोई कमी नहीं है,किन्तु जिनपर विद्यालय की जिम्मेदारी है,वही अपने बीमारी का इलाज करवाना छोड़ बच्चों के भविष्य के साथ खेल रहे हैं.ऐसे में ग्रामीण अपने बच्चों के भविष्य को लेकर काफी चिंतित हैं.

क्या कहते हैं जिला शिक्षा पदाधिकारी –

इस बाबत जिला शिक्षा पदाधिकारी दिनेश कुमार चौधरी से दूरभाष के माध्यम से सम्पर्क किये जाने पर उन्होंने फोन नहीं उठाया.

क्या कहते हैं प्रखंड विकास पदाधिकारी –

इस बाबत प्रखंड विकास पदाधिकारी संजीव झा ने बताया कि उन्हें इस सम्बंध में सूचना नहीं है.जानकारी लेकर अग्रतर कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.

Bihar News 27
Author: Bihar News 27

Leave a Comment

और पढ़ें

error: Content is protected !!