दुर्गम जंगली क्षेत्र बना अफीम की खेती के लिए सेफ ज़ोन,कार्रवाई के बावजूद होती है खेती
संतोष कुमार
रजौली थाना क्षेत्र के सवैयाटांड़ एवं हरदिया पंचायत के दुर्गम जंगली क्षेत्र अफीम की खेती के लिए सेफ ज़ोन बन गया है.बीते बुधवार को एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष एवं एसडीपीओ गुलशन कुमार के नेतृत्व सवैयाटांड़ के पहाड़ी से घिरे पेल्मो करणपुर जंगली क्षेत्र में पुलिस बलों एवं वनकर्मियों के सहयोग से छापेमारी कर एक एकड़ की खेत में लगे अफीम के लहलहाते फसल को विनष्ट किया गया.
एसडीओ ने बताया कि गुप्त सूचना मिली कि सवैयाटांड़ के दो पहाड़ी से घिरे जंगली क्षेत्र में अफीम की खेती बड़े पैमाने पर की जा रही है.सूचना के सत्यापन एवं आवश्यक कानूनी कार्रवाई को लेकर एक टीम का गठन किया गया.
इस टीम में एसडीओ व एसडीपीओ के अलावे थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार,एसआई पिंकी कुमारी,रेंजर मनोज कुमार व वनपाल रवि रंजन कुमार के अलावे सशस्त्र पुलिस बल एवं वनकर्मी मौजूद रहे.छापेमारी के दौरान घण्टो मशक्कत करने के बाद घने जंगलों में अफीम की खेत में तैयार फसल को नष्ट किया गया.साथ ही एक व्यक्ति को भी हिरासत में लिया गया.हिरासत में लिए गए व्यक्ति से पूछताछ पर उसने खेती करने की बात स्वीकार की.थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार किए गए व्यक्ति की पहचान मानडीह गांव निवासी सोमर भोक्ता के पुत्र सुरेश भोक्ता के रूप में हुई है.थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरफ्तार व्यक्ति के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर अग्रतर कार्रवाई की जा रही है.
पुलिस व प्रशासन द्वारा कार्रवाई के बाद नहीं सुधर रहे हालात
थाना क्षेत्र में शराब एवं गांजा से लेकर अफीम के अधिकांश तस्कर व धंधेबाजों के लिए सवैयाटांड़ एवं हरदिया पंचायत के पहाड़ों से घिरा घना जंगली क्षेत्र सेफ ज़ोन बन गया है.बताते चलें कि बीते वर्ष 2024 में 18 फरबरी और 4 मार्च,वर्ष 2023 में 4 फरबरी और 26 फरबरी एवं वर्ष 2022 के 13 मार्च को भी अफीम की खेती के विरुद्ध तत्कालीन एसडीपीओ के नेतृत्व में कार्रवाई की गई थी.
अफीम की खेती के विरुद्ध पुलिस व प्रशासन द्वारा बीते तीन-चार वर्षों से लगातार एक वर्ष में लगभग दो बार कार्रवाई की जा रही है.पुलिस कार्रवाई के दौरान अफीम की खेती से जुड़े कई लोगों को जेल भी भेजा जा चुका है.किंतु बेहिसाब मुनाफे की खेती कहे जाने वाले अफीम की खेती पर पूर्णतया लगाम नहीं लग सका है.हालांकि पुलिस एवं प्रशासन भी अफीम की फसल पकने के पहले फरबरी व मार्च माह में कार्रवाई कर तस्करों के मंसूबों को नाकाम करने में जुटी हुई है.
