संतोष कुमार
ऑनलाइन फ्रॉड से बचाव को लेकर बैंक कर्मी एवं पुलिसकर्मी के अलावे अन्य समाजसेवी संस्थाओं के लोग आमलोगों को जागरूक करने को लेकर लगातार अभियान चला रहे हैं।इसके बावजूद लोग सायबर फ्रॉड के शिकार हो जा रहे हैं।ताजा मामला सोमवार की दोपहर 1:30 की है,हरदिया गांव निवासी अर्जुन मिस्त्री के पुत्र नरेश कुमार ने बताया कि उनके मोबाइल पर मोबाइल संख्या +919220656964 से कॉल आया।
कॉल करने वाले सायबर फ्रॉड ने अपना परिचय देते हुए कहा कि हम आपके मौसी के दामाद हैं और बाहर रह रहे हैं।आपके खाते में 40000 रुपया भेजवाए हैं,जिसका मैसेज आपके मोबाइल पर आया होगा।पीड़ित ने जब अपना मोबाइल का मैसेज चेक किया,तो उनके मोबाइल पर 40000 का मैसेज आया हुआ था।वहीं फोन करनेवाले सायबर फ्रॉड ने फोन पर ही एक दूसरे नंबर पर 20000 रुपए भेजने को कहा,जिसपर पीड़ित ने पैसे भेज भी दिए।इसी बीच फोन करने वाले सायबर फ्रॉड ने एक दूसरे नंबर पर और 20000 रुपए मंगवा लिया।इस बातचीत के दौरान फोन करने वाले ने पीड़ित से कहा कि आपके मोबाइल पर और 50000 रुपया भेजवाए हैं,जिसका मैसेज आपके मोबाइल पर गया होगा।
इस बात से पीड़ित का दिमाग ठनका और जब उसने अपने खाते का बैलेंस चेक किया,तो उसके खाते में कोई पैसा जमा नहीं हुआ था एवं उल्टा उसके खाते में रहे 55000 रुपए से ही 40000 रुपए कटने के बाद महज 15000 रुपया बैलेंस बचा हुआ था।इस घटना के बाद पीड़ित ने पंजाब नेशनल बैंक जाकर मैनेजर को सारी बात कही एवं लिखित आवेदन भी दिया।
इसके अलावे टॉल फ्री नंबर 1930 पर कॉल करके शिकायत दर्ज कराई है,जहां से एक शिकायत नंबर दिया गया है।वहीं घटना को लेकर थाना में भी लिखित आवेदन देकर प्राथमिकी दर्ज कराई है।सायबर फ्रॉड से पीड़ित नरेश कुमार ने बताया कि वह जिंदल कंपनी में फीटर के पद पर कार्यरत है और उसे महज 15000 प्रति माह दिया जाता है।साथ ही एक बेटी की शादी अगले माह में होना है।ऐसी स्थिति में उनसे 40000 रुपए की ठगी होने से वे काफी चिंतित हैं और पुलिस से न्याय की उम्मीद लगाकर बैठे हैं।इस बाबत थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि पीड़ित मजदूर द्वारा लिखित आवेदन प्राप्त हुआ है।पुलिस मामले की छानबीन में जुटी हुई है।साथ ही आमलोगों से अपील किया कि अनजाने नंबर से आए कॉल की पुष्टि करने के बाद ही पैसों की लेनदेन करें।
