संतोष कुमार
रजौली प्रखंड के हरदिया पंचायत के चिरैला स्थित नेताजी सुभाष चंद्र बोस आवासीय छात्रावास में मकर संक्रान्ति पर छात्रों के बिच विशेष उत्साह देखने को मिला.सुखसमृद्धियुतः सदा जीवनः भवतु।मकरसंक्रान्तिशुभाशयाः।
तिलगुडं च मधुरं, जीवनं भवतु सुगंधितम्।मकरसंक्रान्तिः शुभमंगलम्।संस्कृत के इस श्लोक से शिक्षक अमृत रंजन ने छात्रों को शुभकामनाएं देते हुए हुए बताया कि मकर संक्रान्ति भारतवर्ष और नेपाल में विभिन्न रूपों में मनाया जाता है.भारत के अलग-अलग हिस्सों में इसे अन्य नामों से जाना जाता है.बिहार में ‘तिल संक्रांत’, पंजाब में ‘लोहड़ी’ पर्व, उतराखंड में ‘उतरायणी’, गुजरात में ‘उत्तरायण’, केरल में ‘पोंगल’, गढ़वाल में ‘खिचड़ी संक्रान्ति’ आदि नाम से जाने जाते हैं.समान्यतः अंग्रेजी कैलेंडर के चौदह या पंद्रह जनवरी को यह पावन मनाया जाता है.इस दिन सूर्य पौष मास में धनु राशि से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करते है.मकर संक्रान्ति के साथ अनेक पौराणिक घटना जुड़े हुए हैं,इस दिन गंगा जी भगीरथ के पीछे-पीछे चलकर कपिल मुनि के आश्रम से होकर सागर में जा मिली थी.इसीलिए आज के दिन गंगा स्नान व तीर्थ स्थलों पर स्नान दान का विशेष महत्व माना गया है.इस दिन व्यक्ति को यथासंभव किसी गरीब को अन्नदान,तिल व गुड़ का दान करना चाहिए.इस मकर संक्रान्ति पर 12 वर्ष बाद लगने वाला महाकुंभ मेला प्रयागराज में लग रहा है,महाकुंभ के स्नान का भी बहुत महत्त्व है.छात्रावास में छात्रों को खाने के लिए इस पावन अवसर पर दही,चुड़ा, गुड़, तिलकुट आदि का विशेष प्रबंध प्रधानाध्यापक सह संचालक सोमनाथ के द्वारा किया गया.इस मौके पर पूर्व संचालक राजीव कुमार,छात्रावास प्रबंधक सुनील कुमार,शिक्षक सौरव यादव, राजकुमार साव,रात्रि प्रहरी रविंद्र कुमार व समेत सभी छात्रगण मौजूद रहे.
