संतोष कुमार
रजौली प्रखंड क्षेत्र में बजरंगबली चौक व पुरानी बस स्टैंड के अलावे दर्जनों स्थानों पर पुलवामा हमले में शहीद हुए सेना के 40 जवानों को दीप जलाकर श्रद्धांजलि दी गई.वहीं कमांडों फिजिकल अकेडमी के द्वारा भी इंटर विद्यालय के प्रांगण से चन्दन कुमार सिंह,विक्रम सिंह,विकास कुमार एवं दीपक चौधरी के नेतृत्व में कैंडल मार्च निकाला गया.यह कैंडल मार्च बाईपास से होते हुए बजरंगबली चौक पर शहीद जवान अमर रहे,वन्दे मातरम,भारत माता की जय आदि नारे के साथ पहुंचा.
इस दौरान चन्दन कुमार सिंह ने बताया कि 14 फरवरी एक ऐसी तारीख है जिसकी याद भर से ही आंखें आज भी नम हो जाती है.उन परिवारों के लोग तो कम-से-कम इस तारीख को मरते दम तक नहीं भूल सकते,जिन्होंने इस दिन अपने घर के बेटों को खो दिया.दरअसल 14 फरवरी ही वह तारीख है जब 2019 में दोपहर के करीब 3:30 बजे कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के जवानों के समूह से आतंकियों की 350 किलोग्राम विस्फोटक से भरी एक गाड़ी टकराई और एक जोरदार धमाके के साथ मौके पर ही भारतीय सेना के 40 जवान शहीद हो गए थे.जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े 20 साल के आतंकी आदिल अहमद डार ने इस हमले को अंजाम दिया था.जिसकी संयुक्त राष्ट्र समेत पूरे विश्व में निंदा की थी.साथ ही इसे भारत के लिए तीन दशक का सबसे भीषण आतंकी हमला बताया गया था.इस हमले में शहीद हुए देश के उन वीर सपूतों को तो वापस लाना संभव नहीं है मगर कम से कम हम उन्हें याद तो कर ही सकते हैं.इस दिवस को युवा वर्ग आर्मी प्रेमियों के लोग काला दिवस के रूप में मनाते आ रहे हैं.आर्मी प्रेमियों ने बताया कि आर्मी जॉइन करना हमलोगों का बचपन का शौक है.जिसके लिए वे अपने साथियों के साथ बीते कई महीनों से दौड़ की प्रैक्टिस कर रहे हैं.सभी आर्मी प्रेमियों ने कैंडल मार्च कर दिवंगत आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना किया.साथ ही जल्द ही देश की सेवा में खुद को न्यौछावर करने की बात कही.मौके पर छात्रा ऋतिका रजक,बासमती कुमारी,पुष्पा कुमारी के अलावे दर्जनों छत्रगण मौजूद रहे.
