आमसभा में चयन होने के बाद आंगनबाड़ी सेविका को नहीं दिया गया नियुक्ति पत्र

👇समाचार सुनने के लिए यहां क्लिक करें

 

संतोष कुमार

रजौली प्रखण्ड क्षेत्र के चितरकोली पंचायत के वार्ड संख्या 7 में आंगनबाड़ी सेविका का चयन आमसभा में होने के बाद महिला पर्यवेक्षिका ने नियुक्ति पत्र नहीं दिया गया.वहीं नियुक्ति पत्र के साथ महिला पर्यवेक्षिका ने सार्वजनिक रूप से फोटो भी खिंचवाई,किन्तु नियुक्ति पत्र को अपने साथ नवादा लेकर चली गई.ग्रामीण राजकुमार प्रसाद समेत अन्य लोगों ने बताया कि चितरकोली पंचायत के वार्ड संख्या 7 के नवसृजित आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए सेविका के चयन हेतु लगभग पांच से छः बार आमसभा बुलाया गया था,किन्तु निष्कर्ष नहीं निकलने पर जिला से नवादा सीडीपीओ को सेविका चयन की जिम्मेदारी सौंपी गई.जिले से प्राप्त निर्देश के आलोक में महिला पर्यवेक्षिका सपना आर्या ने आमसभा का आयोजन कर मेघा सूची के क्रम संख्या एक की अभ्यर्थी गोपालपुर गांव निवासी दिवाकर शर्मा की पत्नी सिंपी कुमारी का चयन किया गया.सेविका के चयन के बाद महिला पर्यवेक्षिका सपना आर्य द्वारा चयनित सेविका को नियुक्ति पत्र देकर सार्वजनिक रूप से फोटो-वीडियो भी हुआ,किन्तु चयनित सेविका को नियुक्ति पत्र न देकर महिला पर्यवेक्षिका अपने साथ लेकर नवादा चली गई.यह बात ग्रामीणों को हजम नहीं हो रही है कि नियुक्ति होने के बाद नियुक्ति पत्र चयनित सेविका को क्यों नहीं दिया गया.इस बाबत सेविका एवं उनके परिजनों ने महिला पर्यवेक्षिका से बात की,तो उनके द्वारा नियुक्ति पत्र को नवादा आकर ले जाने को कहा जा रहा है.इस बाबत महिला पर्यवेक्षिका सपना आर्या से दूरभाष के माध्यम से संर्पक किया गया,किन्तु उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की.वहीं ग्रामीणों में नियुक्ति होने के बाद भी नियुक्ति पत्र नहीं देने पर तरह-तरह की बातें की जा रही है कि आखिर चयन होने और फोटो आदि खिंचवाने के बाद भी चयनित अभ्यर्थी को नियुक्ति पत्र देने के नाम पर नवादा क्यों बुलाया जा रहा है.

Bihar News 27
Author: Bihar News 27

Leave a Comment

और पढ़ें

भैंस चराने गई महिला नदी में बाढ़ आने से बहकर जॉब जलाशय में डूबी,ग्रामीणों की मदद से 22 घंटे बाद किया बरामद,थानाध्यक्ष व सीओ ने परिजनों से मिल दिया सांत्वना,परिजनों को मिलेगा चार लाख रुपए का मुआवजा

मोहनपुर-उर्दू खिजुआ के अल्पसंख्यकों के लिए नहीं है कोई सड़क,नरकीय जीवन जीने को हैं मजबूर,गांव आने के बाद कट जा रहे हैं शादी के रिश्ते,होते रहती है सड़क दुर्घटनाएं,बारिश में बच्चों का पढ़ाई और अन्य सुविधाएं हो जाती है बंद,कब मिलेगा निजात

भैंस चराने गई महिला नदी में बाढ़ आने से बहकर जॉब जलाशय में डूबी,ग्रामीणों की मदद से 22 घंटे बाद किया बरामद,थानाध्यक्ष व सीओ ने परिजनों से मिल दिया सांत्वना,परिजनों को मिलेगा चार लाख रुपए का मुआवजा

मोहनपुर-उर्दू खिजुआ के अल्पसंख्यकों के लिए नहीं है कोई सड़क,नरकीय जीवन जीने को हैं मजबूर,गांव आने के बाद कट जा रहे हैं शादी के रिश्ते,होते रहती है सड़क दुर्घटनाएं,बारिश में बच्चों का पढ़ाई और अन्य सुविधाएं हो जाती है बंद,कब मिलेगा निजात

error: Content is protected !!