संतोष कुमार
रजौली अग्निशमन केंद्र द्वारा आज एक व्यापक अभ्यास का आयोजन किया गया, जिसमें नियमित पीटी (शारीरिक प्रशिक्षण), केंद्र परिसर की गहन साफ-सफाई और अग्निशमन वाहनों की विस्तृत जांच शामिल थी.इस दौरान अनुमंडल अग्निशमन अधिकारी रामअवध सिंह के कुशल नेतृत्व में केंद्र के सभी महिला और पुरुष अग्निक सक्रिय रूप से मौजूद रहे.
शारीरिक दक्षता और टीम वर्क पर ध्यान:-
यह अभ्यास अग्निशमन कर्मियों की शारीरिक दक्षता और मानसिक चुस्ती बनाए रखने के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है.कठिन परिस्थितियों में त्वरित प्रतिक्रिया देने के लिए शारीरिक रूप से फिट होना अनिवार्य है.पीटी सत्र में विभिन्न प्रकार के व्यायाम शामिल थे,जिनका उद्देश्य अग्निकों की सहनशक्ति,फुर्ती और ताकत को बढ़ाना था.इसके साथ ही,यह अभ्यास टीम वर्क और समन्वय को भी बढ़ावा देता है,जो किसी भी आपातकालीन ऑपरेशन की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है.अग्निकों ने एक साथ मिलकर कार्य किया,जिससे उनकी आपसी समझ और तालमेल में सुधार हुआ.
स्वच्छ और सुव्यवस्थित परिसर का महत्व:-
अभ्यास के दौरान केंद्र परिसर की गहन साफ-सफाई पर भी विशेष ध्यान दिया गया.एक स्वच्छ और सुव्यवस्थित कार्यस्थल न केवल सकारात्मक माहौल बनाता है,बल्कि उपकरणों के रखरखाव और उनकी कार्यक्षमता को भी सुनिश्चित करता है.अधिकारी रामअवध सिंह ने बताया कि नियमित साफ-सफाई से उपकरणों के खराब होने की संभावना कम होती है और वे आपातकालीन स्थिति में तुरंत उपयोग के लिए तैयार रहते हैं.
आपातकालीन तत्परता सुनिश्चित करने के लिए वाहन जांच:-
अभ्यास का एक और महत्वपूर्ण पहलू अग्निशमन वाहनों की विस्तृत जांच था.इसमें पानी के टैंक,पंप,होसेस,सीढ़ियों और अन्य सभी आवश्यक उपकरणों की कार्यप्रणाली की बारीकी से पड़ताल की गई.किसी भी खराबी को तुरंत पहचान कर उसे ठीक किया गया,ताकि आपातकालीन स्थिति में कोई बाधा न आए.सिंह ने जोर देते हुए कहा, “हमारे वाहन हमारी प्राथमिक पंक्ति के उपकरण हैं.उनकी पूरी तत्परता सुनिश्चित करना हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है,क्योंकि यह जीवन और संपत्ति को बचाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है.”
भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयारी:-
अनुमंडल अग्निशमन अधिकारी रामअवध सिंह ने बताया कि इस तरह के नियमित अभ्यास से टीम का मनोबल ऊंचा रहता है और वे किसी भी चुनौती का सामना करने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.उन्होंने आगे कहा,”हमारा उद्देश्य केवल आग बुझाना नहीं है, बल्कि आपदा प्रबंधन के हर पहलू में खुद को सक्षम बनाना है.यह अभ्यास हमें प्राकृतिक आपदाओं, दुर्घटनाओं और अन्य आपातकालीन स्थितियों से निपटने के लिए तैयार करता है.”रजौली अग्निशमन केंद्र क्षेत्र की सुरक्षा और सेवा के लिए प्रतिबद्ध है, और यह अभ्यास इसी प्रतिबद्धता का एक प्रमाण है.इस मौके पर प्रधान अग्निक मधुरेंद्र कुमार,अग्निक चालक निशांत कुमार व टुन्ना कुमार गुप्ता,अग्निक प्रदीप कुमार,अमरजीत राम,हीरालाल राम,राकेश कुमार,रिया कुमारी,अर्चना कुमारी व विरंजा कुमारी मौजूद रहीं.
