संतोष कुमार
रजौली नगर पंचायत मुख्यालय समेत रजौली प्रखंड क्षेत्र के बाजारों और विभिन्न गांवों की दुकानों में गुटखा,तंबाकू और बोनोफिक्स (सुलेशन) की खुलेआम बिक्री चिंता का विषय बन गई है.यह स्थिति विशेष रूप से किशोरों और युवाओं को नशे की लत में धकेल रही है,जिससे उनके परिवार अत्यधिक परेशान हैं.जानकारी के अनुसार, अंबेडकर विद्यालय के समीप, नीचे बाजार, संगत मठ के पास और विभिन्न विद्यालयों के आसपास की दुकानों में गुटखा, तंबाकू और बोनोफिक्स की बिक्री धड़ल्ले से हो रही है.दुकानों में गुटखे खुले तौर पर सजे रहते हैं और युवक चौक-चौराहों व सार्वजनिक स्थलों पर खुलेआम सिगरेट पीते देखे जा सकते हैं.तंबाकू उत्पादों के उपयोग पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से कई कानूनी निर्देश,जैसे कि स्कूलों के 50 मीटर के दायरे में तंबाकू उत्पादों की बिक्री पर प्रतिबंध, रजौली में बेअसर दिख रहे हैं.इससे क्षेत्र में तंबाकू संकट और भी गहराता जा रहा है, जो एक गंभीर स्वास्थ्य चिंता का विषय है.बोनोफिक्स जैसे नशीले घोल का सेवन करने वाले युवाओं के प्रमुख अड्डे अंबेडकर विद्यालय के मैदान, संगत मठ और करबला नगर में देखे जाते हैं.इसके अतिरिक्त, धनार्जय नदी के किनारे सुनसान जगहों पर भी छोटे-छोटे युवा नशा करते हुए नजर आते हैं, जिससे उनके परिजनों में भारी चिंता बनी हुई है.यह स्थिति रजौली में नशाखोरी के बढ़ते प्रचलन को उजागर करती है, जिस पर तत्काल ध्यान देने और प्रभावी कार्रवाई की आवश्यकता है ताकि युवा पीढ़ी को इस गंभीर खतरे से बचाया जा सके.
