संतोष कुमार
रजौली प्रखंड क्षेत्र के 140 विद्यालयों में पायलट प्रोजेक्ट के तहत एमडीएम का संचालन प्रधानाध्यापक अथवा प्रधानाध्यापिका से हटाकर सहायक शिक्षक अथवा शिक्षिका को दिया गया है।किंतु इस दौरान प्रखंड क्षेत्र के कुल 12 विद्यालयों के शिक्षक अथवा शिक्षिका एमडीएम का संचालन करने में असमर्थता जाहिर कर दी है।इससे प्रधानाध्यापक की परेशानी बढ़ गई है।इनमें से एक मामला मुख्यालय स्थित मध्य विद्यालय रजौली का है,जहां पायलट प्रोजेक्ट के तहत एमडीएम का प्रभार सहायक शिक्षिका संगीता कुमारी को दिया गया था।किंतु 13 मई से लेकर अबतक शिक्षिका संगीता कुमारी द्वारा एमडीएम का प्रभार नहीं लिया गया है।विद्यालय की प्रधानाध्यापिका ममता रानी ने बताई कि विद्यालय में पदस्थापित शिक्षिका संगीता कुमारी को पायलट प्रोजेक्ट के अनुसार एमडीएम प्रभार दिया गया था,किंतु उनके द्वारा अबतक हमसे एमडीएम प्रभार नहीं लिया गया।वहीं जब उन्हें प्रभार देने की बात कही जा रही है,तो वे साफ-साफ इंकार कर रही हैं।इस दौरान विद्यालय में एमडीएम का संचालन प्रधानाध्यापिका ममता रानी के द्वारा ही किया जा रहा है।हालांकि इसको लेकर डीपीओ एमडीएम नवादा एवं बीईओ रजौली को पत्राचार किया जा चुका है।ताकि राशन के दुकानदार को राशन सामग्री के भुगतान में किसी प्रकार की परेशानी नहीं हो।वहीं प्रखंड क्षेत्र के अन्य 11 विद्यालयों का भी यही हाल है।मध्याह्न भोजन का प्रभार सहायक शिक्षक अथवा शिक्षिका इसलिए भी नहीं ले रहे हैं,क्योंकि उनके द्वारा पढ़ाने वाले विषय को दूसरे शिक्षक कैसे पढ़ा पाएंगे।वहीं कुछ विद्यालयों में शिक्षकों की कमी है और इस स्थिति में अन्य शिक्षक को एमडीएम में व्यस्त रखने से पठन-पाठन में समस्या हो रही है।शिक्षक दबी आवाज में कह रहे हैं कि पहले सिर्फ प्रधानाध्यापक बीआरसी का और जिला कार्यालय का चक्कर लगाते थे।अब विद्यालय के एक और शिक्षक चक्कर लगाएंगे,कभी प्रतिवेदन लेकर,तो कभी स्पष्टीकरण लेकर।इन सब का सीधा प्रभाव विद्यालय की शैक्षणिक व्यवस्था पर दिख रहा है।जबकि विभाग का उद्देश्य यह है कि प्रधानाध्यापक शैक्षणिक व्यवस्था में सहयोग करेंगे,मगर विभागी अधिकारी ये अंदाजा नहीं लगा सकी कि इसके लिए नामित शिक्षक भी शैक्षणिक व्यवस्था से कट जाएंगे।यह व्यवस्था 13 मई से 13 जून तक के लिए है।हालांकि दो जून से गर्मी की छुट्टी हो रही है,अभी ये योजना ट्रायल में है तो 140 विद्यालयों की ये हालत है,अगर विभाग फिर भी राज्य के सभी स्कूलों में लागू करती है तो यह तस्वीर जिले के सभी विद्यालयों की होगी।
क्या कहते हैं पदाधिकारी –
इस बाबत डीपीओ एमडीएम नवादा मजहर हसन ने बताया कि 140 विद्यालयों में 12 विद्यालयों के नामित शिक्षकों ने एमडीएम का प्रभार लेने से इंकार किया है।इसकी जानकारी निदेशालय दी गयी है।वहां से दिशा-निर्देश मिलने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।जहां तक कुछ विषयों की पढ़ाई बाधित होने की बात है,तो शुरूआती दिनों में ऐसा होना स्वाभाविक है, धीरे-धीरे सब ठीक हो जाएगा।
