संतोष कुमार
रजौली प्रखंड क्षेत्र के फरका बुजुर्ग पंचायत के वार्ड नंबर दो स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय गागन खुर्द में उस वक्त अफरा-तफरी का माहौल उत्पन्न हो गया,जब प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार ने शिक्षिका निधी राज को गाली-गलौज व गला दबाने की कोशिश की।घटना की जानकारी के बाद ग्रामीणों की हुजूम स्कूल प्रांगण पहुंच कर घटना की निंदा करने के साथ-साथ प्रधानाध्यापक को स्कूल से हटाने का मांग करने लगे।इस घटना को लेकर डीएम व रजौली एसडीओ को जानकारी भी दी गई। हालांकि जिला शिक्षा पदाधिकारी के सरकारी नंबर पर जानकारी लेने का प्रयास किया गया,किंतु उन्होंने फोन उठाना मुनासिब नहीं समझे।प्रभारी प्रधानाध्यापक के इस कृत से ग्रामीण अपने बच्चियों को विद्यालय भेजने से हिचक रहे हैं,क्योंकि यदि शिक्षिका के साथ बदसुलूकी किया जा सकता है,तो हमारी छोटी बच्चियां कैसे सुरक्षित रहेंगी।
क्या है घटनाक्रम –
गागन खुर्द गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार के अलावे अन्य पांच शिक्षक-शिक्षिकाएं हैं।नए सत्र 2025-26 की शुरुआत के बाद से विद्यालय में बेहतर पठन-पाठन के लिए एक सप्ताह पूर्व समय-सारणी बनाया गया,ताकि बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जा सके।किंतु समय-सारणी का अनुपालन नहीं किया जा रहा था,जिसको लेकर धीरे-धीरे विवाद बढ़ता गया।इस दौरान प्रभारी प्रधानाध्यापक ने कुछ विशेष जाति व समुदाय के छात्र-छात्राओं के बारे में शिक्षकों से कहा कि क्या कीजियेगा उनलोगों को ज्यादा पढ़ाकर,ज्यादा पढ़ लिख लेंगे,तो किसी का सुनेंगे नहीं।इस बात को लेकर अन्य शिक्षकों ने विरोध जताया,जिसको लेकर प्रभारी प्रधानाध्यापक ने सहायक शिक्षिका निधि राज को गाली-गलौज करते हुए गला दबाने का प्रयास किया गया।किंतु मौजूद शिक्षक अजय कुमार ने बीच बचाव करते हुए प्रभारी प्रधानाध्यापक को शिक्षिका से दूर किया।सहायक शिक्षिका ने दुर्व्यवहार और गला दबाने के प्रयास के अलावे मिली धमकी से डर गई और उन्होंने अपनी सुरक्षा हेतु डायल 112 की टीम को कॉल की।इस दौरान विद्यालय के आसपास के दर्जनों ग्रामीण विद्यालय परिसर में जमा हो गए और प्रभारी प्रधानाध्यापक के कृत की निंदा करने लगे।
क्या कहते हैं ग्रामीण –
विद्यालय में हल्ला-हंगामा सुनकर पहुंचे दर्जनों ग्रामीणों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार को जमकर खरी-खोटी सुनाई।ग्रामीण अजय कुमार,अशोक कुमार,किशोरी यादव समेत दर्जनों लोगों ने बताया कि कहा कि प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार बीते वर्ष 2019 से पदस्थापित हैं और उनके समय से विद्यालय में 15 से 20 बच्चे ही प्रतिदिन आते थे।किंतु बीपीएससी परीक्षा से उत्तीर्ण होकर आई शिक्षिकाओं ने पठन-पाठन को सुधारने का प्रयास की,जो प्रभारी प्रधानाध्यापक के मन में खटकने लगा।ग्रामीणों ने बताया कि अभी विद्यालय में लगभग 150 बच्चे प्रतिदिन विद्यालय ड्रेस पहनकर आते हैं और मन लगाकर पढ़ाई करते हैं।किंतु प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा शिक्षक एवं शिक्षिकाओं को पढ़ाने से बराबर मना किया जाता है।साथ ही बच्चों के साथ जाति के आधार पर अनाप-सनाप बातें कही जाती है।ग्रामीणों ने बताया कि गुरुवार को बात इतना बढ़ गया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक द्वारा महिला शिक्षिका के साथ गाली-गलौज करते हुए विभिन्न प्रकार की धमकियां दी गई।ग्रामीणों ने कहा कि उन्होंने दर्जनों परिजनों से हस्ताक्षर करवाकर एक आवेदन प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को सौंपा गया है,जिसमें ग्रामीणों ने प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार को विद्यालय से हटाने की मांग की है एवं शिक्षिका के साथ किए गए दुर्व्यवहार के विरुद्ध उचित कानूनी कार्रवाई की मांग की है।वहीं विद्यालय में पदस्थापित शिक्षक-शिक्षिका भी प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार के दुर्व्यवहार से क्षुब्ध दिखाई दिए।पीड़ित शिक्षिका निधि राज ने प्रभारी प्रधानाध्यापक के विरुद्ध थानाध्यक्ष को लिखित आवेदन देकर न्याय की गुहार लगाई है।
क्या कहते हैं पदाधिकारी –
इस बाबत रजौली एसडीओ स्वतंत्र कुमार सुमन ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है।आरोपी प्रभाधनाध्यपक रामाशीष कुमार के विरुद्ध जांच करने का निर्देश दिया गया है।जल्द ही उचित कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
विद्यालय में हंगामे के बाद पहुंचे प्रभारी प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी राकेश कुमार ने बताया कि प्रभारी प्रधानाध्यापक,शिक्षिका एवं ग्रामीणों की बातों को सुना और समझा गया है।अग्रतर कार्रवाई को लेकर विभागीय पत्राचार किए जाने की बात कही है।
वहीं थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर राजेश कुमार ने बताया कि पीड़ित शिक्षिका निधि राज ने प्रभारी प्रधानाध्यापक रामाशीष कुमार द्वारा दुर्व्यवहार किए जाने पर लिखित शिकायत दी है।पुलिस मामले की जांच कर रही है एवं जांचोपरांत उचित कानूनी करवाया सुनिश्चित की जाएगी।
