संतोष कुमार
रजौली मुख्यालय स्थित लगभग आधा दर्जन अल्ट्रासाउंड का संचालन अनियमित रूप से किया जा रहा है।इसके विरुद्ध स्थानीय स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारीगण एवं प्रशासन मौन धारण किए हुए है।इन अल्ट्रासाउंड सेंटरों में मुंहमांगी कीमतों पर भ्रूण जांच भी धड़ल्ले से किया जाता है।अल्ट्रासाउंड सेंटर में रेडियोलॉजिस्ट के सिर्फ नाम अंकित रहते हैं और उनके नाम को बेचकर निजी तौर पर स्टाफ रखकर अल्ट्रासाउंड संचालक मोटी रकम कमाने में लगे हुए हैं।जबकि जिले के कम लिंगानुपात को बढ़ाए जाने को लेकर सरकार से लेकर जिले के वरीय पदाधिकारी विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम चला रहे हैं।ऐसी स्थिति में रजौली के कुछ अल्ट्रासाउंड संचालक भ्रूण जांच कर उनके मंसूबों पर पानी फेरने का काम के रहे हैं।ऐसा नहीं है कि रजौली में सिर्फ रजौली या आसपास के क्षेत्र के लोगों का ही भ्रूण जांच होता है,बल्कि आसपास के जिले से आनेवाली महिलाओं का भी भ्रूण जांच पैसों की लालच में किया जा रहा है।भ्रूण जांच में लड़की होने पर अधिकांश लोग निजी नर्सिंग होम में जाकर अबॉर्शन करवा लेते हैं।कई बार अवैध रूप से संचालित निजी नर्सिंग होम में रहे झोलाछाप चिकित्सक से कराया गया अबोर्शन जानलेवा भी साबित हो चुका है।बुद्धिजीवियों की मानें तो अल्ट्रासाउंड और अवैध निजी नर्सिंग होम एक-दूसरे के अनुपूरक बनकर लोगों का आर्थिक दोहन कर रहे हैं।साथ ही गर्भवती महिलाओं के पेट पल रहे बेटियों की हत्या कर लिंगानुपात कम करने में अपनी भूमिका सुदृढ़ कर रहे हैं।बीते वर्ष रजौली एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष एवं स्थानीय चिकित्सा पदाधिकारी के सहयोग से जांच अभियान चलाया गया था।उक्त जांच अभियान के बाद भ्रूण जांच बंद हो गया था,किंतु पुनः अल्ट्रासाउंड संचालक रेडियोलॉजिस्ट का नाम बेचकर अपने कार्यों में जुट गए हैं।कई अल्ट्रासाउंड में रेडियोलॉजिस्ट के हस्ताक्षर पूर्व से रिपोर्ट कार्ड पर करवाकर रख लिए जाते हैं,बाद में रिपोर्ट के बाद मरीजों को वही कागज दे दिया जाता है।बीते 12-13 अप्रैल को सिरदला में अवस्थित शिवम अल्ट्रासाउंड सेंटर में झारखंड के कोडरमा से आए पदाधिकारियों की टीम ने ‘ऑपरेशन डिकॉय’ के तहत कार्रवाई करते हुए भ्रूण जांच करने के मामले में संचालक को पुलिस के सुपुर्द किया था।वहीं आम लोगों ने कहा कि जिले के वरीय पदाधिकारी के द्वारा समय-समय अल्ट्रासाउंड संचालकों एवं निजी नर्सिंग होम की जांच की जानी चाहिए।ताकि जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर हो सके।
क्या कहते हैं पदाधिकारी –
इस बाबत एसडीओ आदित्य कुमार पीयूष ने बताया कि जानकारी मिलने पर पिछले सप्ताह सिरदला के दो अल्ट्रासाउंड को सील किया गया है।वहीं गुप्त तरीके से रजौली में भी अल्ट्रासाउंड सेंटरों के विरुद्ध साक्ष्य इक्कठा किया जा रहा है।जल्द ही कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।
वहीं पीएचसी प्रभारी डॉ.सौरभ कुमार निराला ने बताया कि जिले के वरीय पदाधिकारियों को इसकी सूचना दी गई है।जल्द ही टीम गठित कर अवैध रूप से संचालित अल्ट्रासाउंड सेंटरों में छापेमारी अभियान चलाया जाएगा।
