संतोष कुमार
रजौली प्रखंड क्षेत्र के रजौली पश्चिमी पंचायत स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय नीमाटांड़ एवं मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में विश्व माहवारी धर्म सुरक्षा दिवस के अवसर पर एक दिवसीय जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया.निमाटांड़ विद्यालय कार्यक्रम का नेतृत्व प्रधानाध्यापक राजेश कुमार ने किया.वहीं शिक्षिका बबीता कुमारी ने कक्षा 6 से कक्षा 8 के छात्राओं को बताई कि लगभग 13 से 14 वर्ष बाद प्रत्येक 28 दिन बाद किशोरियों को मासिक धर्म आता है,इसीलिए 28 मई को मासिक धर्म दिवस के रूप में चुना गया है.शिक्षिका ने कहा कि आज भी किशोरी लड़कियां जानकारी के अभाव में शारीरिक और मानसिक रूप से परेशान रहती है.साथ ही लड़कियां इस मामले में किसी से बात नहीं करती हैं,जिससे उन्हें और अधिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है.शिक्षिका ने बताई कि मासिक धर्म कोई अपराध नहीं है,बल्कि एक शारीरिक प्रक्रिया है.सही जानकारी देकर किशोरियों एवं महिलाओं को गंभीर इन्फेक्शन और जानलेवा बीमारियों से बचाया जा सकता है.इस कार्यक्रम का उद्देश्य एक्टिविटीज के द्वारा विद्यालय के युवा छात्राओं को स्वच्छता संबंधी और सेनेटरी पैड के उपयोग की जानकारी देना है.छात्राओं ने हथेली पर लाल रंग की बिंदी बनाकर स्वच्छता पर ध्यान देने की शपथ ली और कही की मासिक धर्म,शर्म नहीं सम्मान है व औरत की पहचान है.कार्यक्रम के साथ छात्राओं ने शपथ ली और पेंटिंग प्रतियोगिता का भी आयोजन किया गया.वहीं दूसरी ओर कस्तूरबा विद्यालय में पीएचसी प्रभारी डॉ. सौरभ कुमार निराला,वार्डेन रेखा कुमारी,पीएचसी मैनेजर इरशाद अहमद व पॉपुलेशन फाउंडेशन ऑफ इंडिया की प्रखंड प्रतिनिधि शीला कुमारी के द्वारा भी विद्यालय में पढ़ने वाली 98 बच्चियों के बीच सैनिटरी पैड वितरण किया गया एवं मासिक धर्म के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई.वहीं पीएचसी प्रभारी ने बताया कि मासिक धर्म स्वास्थ्य मानव अधिकारों,सम्मान और सार्वजनिक स्वास्थ्य का एक मूलभूत पहलू है.मासिक धर्म स्वच्छता दिवस,जो हर साल 28 मई को मनाया जाता है,वर्जनाओं को तोड़ने और अच्छे मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन (MHM) के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है.मौके पर विद्यालय की सभी शिक्षिका मंजू कुमारी,शिक्षक सुरेश चौधरी,अनुज दास के अलावे दर्जनों ग्रामीण महिलाएं भी उपस्थित थी.
