संतोष कुमार
बुधवार को रजौली अनुमंडलीय अस्पताल में अनुमंडल पदाधिकारी स्वतंत्र कुमार सुमन और अनुमंडलीय अस्पताल के डीएस डॉ. दिलीप कुमार ने प्रसव बाद दो प्रसूताओं को जच्चा-बच्चा किट वितरित किया.बिहार सरकार की पहल पर शुरू की गई इस योजना का उद्देश्य मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को मजबूत करना है. इस अवसर पर डॉ. परितोष कुमार, डॉ. स्नेहल, डॉ. गुलाम अनीश, अस्पताल मैनेजर विकास कुमार और जीएनएम अनिल पासवान भी उपस्थित रहे.
जच्चा बच्चा कीट के मौके पर कहते हैं अधिकारी व चिकित्सक :-
अनुमण्डल पदाधिकारी ने बताया कि ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार मातृत्व प्राप्त प्रसूताओं के बीच जच्चा-बच्चा कीट का वितरण किया गया है. इस अवसर पर उन्होंने माताओं और नवजात शिशुओं के स्वास्थ्य के प्रति गंभीरता पर जोर दिया. एसडीओ ने कहा कि सरकार महिलाओं और बच्चों के स्वास्थ्य के प्रति संवेदनशील है और इसी क्रम में जच्चा-बच्चा कीट का वितरण किया जा रहा है.उन्होंने बताया कि यह कीट नवजात शिशु और प्रसूता दोनों के लिए आवश्यक सामग्री से युक्त है,जो उनकी शुरुआती देखभाल में सहायक होगी.उन्होंने सभी प्रसूताओं को अपने और अपने बच्चे के स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने, नियमित टीकाकरण करवाने और स्वच्छता बनाए रखने की सलाह दी.उन्होंने यह भी कहा कि क्षेत्र में मातृ एवं शिशु मृत्यु दर को कम करने के लिए सरकार विभिन्न योजनाएं चला रही है.इन योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा रहा है.उन्होंने स्वास्थ्यकर्मियों को भी निर्देश दिए कि वे प्रसूताओं और उनके परिवारों को इन कीटों के उपयोग और शिशु देखभाल के बारे में सही जानकारी प्रदान करें.यह पहल क्षेत्र में मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य को बेहतर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
इधर प्रभारी डीएस डॉ. दिलीप कुमार ने बताया कि इस किट में आवश्यक दवाइयों के साथ-साथ पोषणयुक्त आहार जैसे खिचड़ी, दलिया, खीर के कच्चे पैकेट, सुधा घी, बेसन बर्फी और साफ-सफाई की सामग्री शामिल है.उन्होंने बताया कि यह मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जनस्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है,जिससे नवजात बच्चों और माताओं को बेहतर देखभाल मिल सकेगी.
प्रसूताओं ने जताई पदाधिकारी व चिकित्सक के प्रति जाहिर की खुशी :-
किट मिलने से प्रसूताओं में काफी खुशी देखने को मिली. बरवा गांव निवासी कृष्णा कुमार की पत्नी अंजू कुमारी और ढाब गांव निवासी हरदीप कुमार की पत्नी फूल कुमारी ने बताया कि प्रसव के बाद महिलाओं को अक्सर कमजोरी महसूस होती है.उन्हें पर्याप्त पोषण न मिलने से जच्चा-बच्चा कमजोर हो जाते हैं,जिसका भविष्य में स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ता है.उन्होंने कहा कि इस अभियान से खासकर ग्रामीण क्षेत्र की महिलाओं को पूरा लाभ मिलेगा और उनका स्वास्थ्य बेहतर होगा.दोनों ने एसडीओ, प्रभारी डीएस और सरकार के प्रति आभार व्यक्त किया.
जच्चा-बच्चा किट में शामिल सामग्री:-
जच्चा-बच्चा किट में 350 ग्राम प्रीमिक्स खिचड़ी, 350 ग्राम प्रीमिक्स नमकीन दलिया, 350 ग्राम प्रीमिक्स खीर चावल, 200 ग्राम घी, बेसन से बनी तीन बर्फी और दो प्रोटीन युक्त चॉकलेट शामिल हैं.ये पोषण सामग्री राज्य सरकार द्वारा उपलब्ध कराई गई हैं.इसके अतिरिक्त,अनुमंडलीय अस्पताल की ओर से एक माह के लिए विटामिन,कैल्शियम और आयरन सहित अन्य दवाइयां भी दी गई हैं.
