संतोष कुमार
रजौली प्रखंड क्षेत्र के सक्षमता में उत्तीर्ण शिक्षकों को विभाग द्वारा एक लंबे समय से वेतन नहीं दिया गया है.इससे शिक्षकों एवं उनके परिजनों को राशन से लेकर स्वास्थ्य संबंधी कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.रजौली प्रखंड के वरिष्ठ शिक्षक सह शिक्षक नेता अजित कुमार ने बताया कि सक्षमता-1 परीक्षा में उत्तीर्ण शिक्षक 1 जनवरी 2025 को एवं सक्षमता-2 परीक्षा में उत्तीर्ण शिक्षक 1 मार्च 2025 को पुनः विद्यालय में योगदान दिए.परन्तु टेक्निकल कारणों से सक्षमता-1 के शिक्षकों का वेतन विगत पांच माह से एवं सक्षमता-2 के शिक्षकों का वेतन विगत दो माह से भुगतान नहीं किया गया है.साथ ही कहा कि शिक्षा विभाग हमेशा नया-नया कानून बनाकर प्रयोग कर रहें हैं.सभी शिक्षक विभाग के निर्देशों का अक्षरशः पालन करने में पूर्णरूपेण लगे हुए हैं.शिक्षा विभाग शिक्षकों के समस्याओं के प्रति संवेदनहीन बनकर सोई हुई है.जिस शिक्षक को 5 माह तक वेतन प्राप्त नहीं होगा ,तो उसका प्रभाव उनके परिवार में सबसे अधिक उनके बच्चे की पढ़ाई और उनके बुजुर्ग माता-पिता के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रहा है.इससे शिक्षकों की काफी दयनीय स्थिति समाज में परिलक्षित हो रहा है.इसके प्रति यथाशीघ्र संवेदनशील होकर वेतन भुगतान होना चाहिए.आज दबे जुबां से शिक्षक बोलते हैं कि यदि हमलोग जानते की शिक्षा विभाग द्वारा सक्ष्मत्ता परीक्षा देने के बाद ऐसी परेशानी होगी,तो हमसभी भी परीक्षा नहीं देते.शिक्षक नेता ने बिहार सरकार के शिक्षा मंत्री,एसीएस सिद्धार्थ सर एवं निर्देशक प्राथमिक शिक्षा बिहार से प्रार्थना किये कि यथाशीघ्र ऐसे विशिष्ट शिक्षकों का वेतन भुगतान प्रक्रिया में होने वाले समस्या का समाधान करने की कृपा करें.जिससे विद्यालय में शिक्षण कार्य प्रभावित न हो.समस्यारहित शिक्षक ही अपने शिक्षकत्व को विद्यालय में प्रदर्शित कर पाएंगे.एक परेशान शिक्षक का हाव-भाव एवं वेश-भूषा अपने वर्ग में छात्रों के समक्ष नहीं चाहते हुए भी शिक्षकत्व प्रभावित होने की प्रबल संभावना रहती है.शिक्षा विभाग को शिक्षक के समस्या को दूर करना सर्वोपरि होना चाहिए.हम शिक्षक ही सरकार के ऐसे कर्मचारी है, जो शिक्षा विभाग के निर्देशों के साथ ही सरकार के सभी बहुमूल्य योजना को भी पूरा करवाते हैं,फिर भी उपेक्षित महसूस करते हैं.
