संतोष कुमार
रजौली प्रखंड कार्यालय परिसर स्थित सभागार में गुरुवार को राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस के अवसर पर प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी के मधुबनी से लाइव टेलीकास्ट को जनप्रतिनिधियों ने देखा।इस दौरान बीडीओ संजीव झा एवं सीओ मो. गुफरान मजहरी के अलावे पंचायतकर्मी भी मौजूद रहे।
बीडीओ ने बताया कि संविधान का 73वां संशोधन 1992 के अधिनियमन 24 अप्रैल, 1993 को लागू हुआ था।इस उपलब्धि को चिह्नित करते हुए पंचायती राज मंत्रालय प्रत्येक वर्ष 24 अप्रैल को राष्ट्रीय पंचायतीराज दिवस पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाता है।बलवंत मेहता द्वारा लाया गया पंचायतीराज व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य सरकार के सत्ता में आमलोगों को भागीदारी सुनिश्चित करने हेतु लाया गया था।कार्यक्रम में प्रधानमंत्री ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि डिजिटल टेक्नोलॉजी ने रसायन विज्ञान को बढ़ावा दिया है।आज गांव की पंचायतें भी तकनीक के ग्रिड तरीकों से काम कर रही हैं, जिससे जनता को सीधा लाभ मिल रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि कैथोलिक राज व्यवस्था लोकतंत्र की जड़ है और इसकी संस्कृति से ही लोकतंत्र का विकास संभव है।सरकार के अनुसार,इस बार यूनिवर्सल के सैकड़ों इलेक्ट्रॉनिक्स ने उत्कृष्ट कार्यों के लिए आवेदन किया था,जिसमें से निर्मित इलेक्ट्रॉनिक्स को आज नामांकित किया गया है।कार्यक्रम के समाप्ति के बाद बीडीओ ने बताया कि प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न पंचायतों के मुखिया एवं वार्ड सदस्यों को गया,पटना एवं हैदराबाद भ्रमण पर भेजा गया है,जिससे उन्हें अपने पंचायतों में बेहतरीन कार्य करने में मदद मिल सके।
